कुंभ मेला क्यों लगता है?


 

पुराणों के अनुसार कहा जाता है जब देव और असुर अमृत के लिए आपस में लड़ रहे थे तो अमृत की कुछ बूंदें पृथ्वी में आकर गि री जिस ,जिस जगह में अमृत के बूंदे गिरी उन जगहों में कुंभ मेला लगता है।



देवासुर संग्राम के समय अमृत की बूंदें प्रयागराज,हरिद्वार ,उज्जैन और नासिक में गरी तभी इन जगहों में कुंभ लगता है।